अपने पडोसी से गाँव में चुदी


अपने पडोसी से गाँव में चुदी

हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम पिंकी सिंह है. मैं आज आप सबको अपनी चुदाई की सच्ची कहानी बताने जा रही हु कैसे मैं अपने पडोसी से गाँव में चुदी. मैं शहर में रहती हु और मैं दिल्ली की रहनेवाली हु लेकिन मैं कभी कभी अपने गाँव में जाती हु. मैं अपने बारे में बता दू आप लोगो को मैं थोड़ी ज्यादा ही सेक्सी हु. मेरी चूची और गंद दोनों ही बड़े बड़े है और थोड़े बाहर की तरफ निकले हुए है. मैं एक दिन अपने गाँव गयी थी अपने ऑफिस से छुट्टी लेकर और गाँव में भी बहुत कुछ बदल गया था. गाँव के लोग भी अब चालक हो  गए है और अच्छे से रहते है. मैं भी गाँव गयी तो अपनी पुरानी सहेलियों से मिलने उनके घर चली गयी गाँव में शहर वाला मजा तो नहीं मिलता है लेकिन गाँव में मजा बहतु आता है. वो अपनी सहेलियों के साथ खेतों में घूमना एक दुसरे को छेड़ना मस्ती करना वो सब यहाँ शहर में नहीं मिलता है. मेरे पड़ोस में एक लड़का रहता है गाँव में जो हमेशा मेरे घर आता रहता है. हम दोनों लोग पहले एक साथ खेला करते थे. वो मुझे देख कर बहुत खुश हुआ और बोला की तुम कब आई. मैं भी उसको अपने बारे में बताई और हम दोनों लोग एक दुसरे से बातें करने लगे. मैं गाँव में बहुत बोर हो जाती थी. मुझे बहुत अकेलापन महसूस होता था. मैं ये बात अपने पडोसी को बताई तो वो मुझे बोला की तुम हमारे साथ घुमने चलो अगर तुम बोर हो जाती है तो मैं उसके साथ अपनी कुछ सहेलियों को भी ले ली और हम सब खेत में चले गए. वहां बहुत ठंडी ठंडी हवा आ रही थी. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. मेरी सहेलियों के भी अपने बॉयफ्रेंड थे. वो लोग भी गाँव में ही बॉयफ्रेंड बनायीं थी तो वो लोग अपने घर से चोरी चुपके अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी तो वो लोग अपने बॉयफ्रेंड से मिलने चली गयी और मुझे बोली की वो लोग कुछ देर में आएँगी. मैं अपने पडोसी के साथ खेत में अकेले उससे बातें कर रही थी. मैं उस दिन टाइट सलवार सूट पहनी थी. वो पडोसी बार बार मेरी चूची देख रहा था. मैं उसको अपनी चूची दिखा रही थी. वो मेर नजदीक आ गया और मुझसे चिपक कर बैठ गया. वो मुझसे बोला की मैं बहुत सेक्स लग रही हु और शहर की होने की वजह से मैं थोडा फैशन में भी रहती थी. वो मुझे बोला की पिंकी खेत में हम दोनों लोग अकेले है कुछ करे तो मैं बोली क्या तो वो मुझे किस करने लगा. मैं भी धीरे धीरे गरम होने लगी. हम दोनों लोग एक दुसरे के होंठों को चूस रहे थे. मेरी पेंटी गीली हो गयी थी और हम दोनों लोग एक दुसरे के कपडे निकालने लगे. हम दोनों लोग जमीन पर ही सो गए. वो अपना एक तौली जो उसने सर में पहना था वो जमीन पर फैला दिया और मैं उस पर सो गयी. वो मेरी सलवार को निकल दिया और मेरी पेंटी भी निकाल दिया. वो मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया और मुझे चोदने लगा. उसका लंड मेरी चूत इ नहीं जा रहा था तो वो मेरी चूत को थोडा सा खोला और उसके बाद मेरी चूत अपना लंड डाल कर मुझे धीरे धीरे चोदने लगा. वो बीच बीच में मेरी चूत भी चाट रहा था. हम दोनों लोग चुदाई के मजे ले रहे थे. खेत में बहुत मजा आ रहा था चुदवाने में और खुले में पेड़ पौधों के बीच में मजा करना एक अलग ही मजा था. हम दोनों लोग चुदाई करने के बाद एक बार झड गए. वो मुझे के बार और चोदना चाहता था लेकिन अब मैं उससे नहीं चुदवाना चाहती थी. अगर कोई गाँव का आदमी हमे देख लेता तो दिक्कत हो जाती इसलिए मैं उसको मन कर दी और कुछ देर तक हम दोनों लोग एक दुसरे किस किये. अब तो मैं जितने दिन गाँव में थी उससे चुदवाती थी. आप सबको मेरी चुदाई की सच्ची कहानी कैसी लगी. आप सब मुझे मेल करके बताये. अगर कोई मुझसे चैटिंग करना चाहता है तो मुझे मेल करिए मैं उससे चैटिंग करुँगी.
misspinkysingh@gmail.com

Comments

Post a Comment